योगी आदित्यनाथ सहित देश के गणमान्य लोगों ने दी शुभकामना
(नितिन गडकरी, योगी आदित्यनाथ सहित दर्जनों गणमान्य लोगों ने दी मातृ-पितृ पूजन की बधाई)
राजनांदगांव (BTI)– बच्चों में अपने माता-पिता के प्रति आदरभाव के उत्तम संस्कारों का सिंचन हो, माता-पिता का अनुभव व आशीर्वाद लेकर उन्नत जीवन की ओर अग्रसर करने हेतु वर्ष 2006 से आशारामजी बापू की प्रेरणा से अखिल भारतीय श्री योग वेदांत सेवा समिति द्वारा देशभर में फैली 14 सौ से अधिक श्री योग वेदांत सेवा समिति के माध्यम से 14 फरवरी को सच्चा प्रेम-दिवस “मातृ-पितृ पूजन दिवस” मना रहे है ।
श्री योग वेदांत सेवा समिति राजनांदगांव के रोहित चंद्राकर व संजय साहू ने बताया कि पिछले 19 वर्षों से पूज्य बापूजी की प्रेरणा से देशभर में 2 महीने पूर्व से कार्यक्रम प्रारंभ कर दिए जाते है तथा 14 फरवरी के दिन विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है । राजनांदगांव में भी 1 जनवरी से मातृ-पितृ पूजन दिवस कार्यक्रम की शुरुआत की जाती है जो 28 फरवरी तक लगातार चलती है । राजनांदगांव जिले में अब तक तीन सौ से अधिक कार्यक्रम किये जा चूंके है जिसमे बच्चों द्वारा 70 हजार से अधिक माता-पिता का सामूहिक पूजन किया जा चुंका है ।
इस मातृ-पितृ पूजन की जितनी सराहना करें कम है क्योंकि ये पर्व सिखाता है कि माता-पिता से बढ़कर कोई और नही । यह दिन उनके उपकार को याद करने और इस दिन को खास बनाने के लिए पूज्य बापूजी ने मातृ-पितृ पूजन दिवस की शुरुआत की । यह कार्यक्रम देशभर के लोगो को बहुत पसंद आ रहा है यहां तक कि इस कार्यक्रम की प्रसंसा करने नही थक रहे और इसी कारण से देशभर के विभिन्न गणमान्य हस्तियां अपने लेटर हेड के माध्यम से संस्था को अपनी शुभकामनाएं भेज रहे है ।

देशभर में हो रहे मातृ-पितृ पूजन का देश के गणमान्य लोगों ने दी अपनी शुभकामना
सभी जाति, धर्म व सम्प्रदाय के लोगो को यह पर्व बहुत पसंद आ रहा है । बढ़चढ़ कर इस अभियान में जुड़ रहे है और करोड़ो माता-पिता का पूजन कर बच्चे धन्य हो रहे है । इसी कारण से देशभर के गणमान्य हस्तियां भी इस आयोजन से प्रभावित हो रहे है और अपनी भावनाओं को पत्र के माध्यम से संस्था को प्रेषित कर रहे है इसी कड़ी में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी, उत्तरप्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, असम मुख्यमंत्री हिमंत बिसवा शरमा, गुजरात मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल, झारखंड मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू, उत्तरप्रदेश राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, भोपाल राज्यपाल मंगू भाई पटेल, कैबिनेट मिनिस्टर कलराज मिश्र, हरियाणा राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय, पूर्व मुख्यमंत्री असम सर्बानंद सोनोवाल, पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री रेणुका सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री राजस्थान अशोक गहलोत सहित देशभर के दर्जनों राज्यपाल, मुख्यमंत्री और शिक्षामंत्रीयों ने अपनी शुभकामना, पत्र के माध्यम से श्री योग वेदांत सेवा समिति को प्रेषित किया है ।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने मातृ-पितृ पूजन दिवस पर अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए कहते है कि ‘बाल मन कच्ची मिट्टी के समान होता है । उसे जिस रूप में चाहो गढ़ा जा सकता है । ऐसे में भारतीय परंपरा और संस्कृति से उन्हें जोड़ने का कार्य बचपन से ही किया जाना चाहिए । राष्ट्र निर्माण के पुनीत कार्य मे यह प्रयत्न निश्चय ही भावी पीढ़ियों एवं नागरिकों के नैतिक मूल्यों में वृद्धि करते हुए एक सुसंस्कृत समाज का निर्माण होगा ।
इसी तरह भारत सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने अपनी शुभकामना संदेश में कहते है कि 14 फरवरी को मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने की परंपरा एक अच्छी पहल है इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों के उज्ज्वल भविष्य का निर्माण करना है । इसी तरह उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्र के माध्यम से कहते है कि ” माता-पिता का सम्मान हमारी संस्कृति की पुरातन परंपरा है उनकी सेवा को सबसे बड़ी पूजा माना गया है । यह संस्था भविष्य में भी इसी प्रकार समाज को जागरूक करने के लिए सक्रिय रहेगी।
भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी कहते है कि इस अभियान से बच्चों का माता-पिता व गुरुजनों के प्रति आदर भाव बढ़ेगा, समाज में सुख-शांति व समृद्धि आएगी तथा युवा वर्ग नैतिक पतन से बचेगा ।
इस तरह देश के गणमान्य हस्तियों ने अपनी-अपनी भावनाओं को शब्दो में पिरोकर पत्र के माध्यम से व्यक्त किया है ।
श्री योग वेदांत सेवा समिति के अंर्तगत बाल संस्कार केंद्र, युवा सेवा संघ, महिला उत्थान मंडल, ऋषिप्रसाद व लोक कल्याण सेतु के सेवाधारी पूज्य बापूजी की आज्ञा से सैकड़ो गांव, मुहल्ला, वार्डो आदि स्थानों में पूजन कार्यक्रम किया जा रहा है । मातृ-पितृ पूजन दिवस’ अभियान ने आज भारत ही नहीं बल्कि विदेशों में भी एक पर्व के रूप में अपना स्थान बना लिया है । हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख, ईसाई, पारसी – सभी धर्मों के लोगों ने हृदयपूर्वक यह पर्व को स्वीकार किया है । मातृ-पितृ पूजन दिवस विश्वव्यापी पर्व बन गया है । जिसमे सभी धर्म व सम्प्रदाय के लोग जुड़ रहे है ।
उल्लेखनीय है कि विगत कई दशकों सांस्कतिक विकृति की खतरनाक हवा पश्चिम से बहकर भारत को भी बुरी तरह से अपनी चपेट में लिया है। विगत् 30-35 वर्षों में तो पश्चिमी कलचर के वैलेंटाइन डे भारत तक न केवल पहुंचा बल्कि यहां बुरी तरह पैर जमाने लग चुका था। भारत में भी लोग 14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मनाने लगे और जो 3-4 साल में ही इसका विकृत रूप सामने आ गया जो किसी भी प्रकार से या किसी भी दृष्टिकोण से भारतीय जनमानस या मूल्य के अनुरूप नहीं कहा जा सकता है। इसकी आड में तरह तरह के भारत बिगाडो अभियान चलने लगे और नई पीडियां बर्बादी की ओर बढने लगी। इसमें देश के ही बडे बडे तंत्त्रों के अलावा बालीवुड की भूमिका पर तो एक बडा ग्ंथ लिखा जा सकता है इसलिए देश में हो रहे इस सांस्कृतिक हमले पर चोट करने वाले हर व्यक्ति विशेष या संस्था साधुवाद की पात्र है और इन्हे हमारी तरफ से शुभकामनाएं।