वक़्फ़ व्यवस्था में पारदर्शिता और जवाबदेही की माँग करते हुए हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने वक़्फ़ संपत्तियों के कुशल प्रबंधन और उपयोग की दिशा में ठोस सुधारों की आवश्यकता को रेखांकित किया है। देश में तीसरी सबसे बड़ी ज़मीन की मालिक यह संस्था, यदि सही तरीके से चलाई जाए, तो मुस्लिम समुदाय के शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक-आर्थिक विकास में क्रांतिकारी परिवर्तन ला सकती है। यह लेख वक़्फ़ संपत्तियों के बेहतर उपयोग, किराया नीति में बदलाव और विकासशील, आत्मनिर्भर संस्थानों की स्थापना की दिशा में एक सोच प्रदान करता है।