प्लेटफार्म नंबर 4 बनेगा नंबर 1 और प्लेटफार्म नंबर 1 बनेगा 4, विधिवत् शुभारंभ एवं संचालन होगा शीघ्र
राजनांदगांव, छत्तीसगढ़ (BTI)– राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन, जो छत्तीसगढ़ के रेल इतिहास का एक पुराना हिस्सा है, अब एक नई पहचान के साथ उभर रहा है। पिछले सात दशकों से चली आ रही एक मांग को अंततः पूरा किया गया है, जहां प्लेटफॉर्म नंबर 1 को शहर के दक्षिणी छोर पर स्थापित किया गया है।
राजनांदगांव, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत के लिए जाना जाता है, अब रेल सुविधाओं के मामले में भी एक नया मुकाम हासिल कर रहा है। यह स्टेशन, जो एक समय में रेल सेवा का प्रारंभिक स्थल था, अब अपने नवीनीकरण के साथ यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक और आधुनिक बन गया है।

पिछले 70 वर्षों तक, शहर के निवासियों को प्लेटफॉर्म नंबर 1 तक पहुंचने के लिए फुटओवर ब्रिज का सहारा लेना पड़ता था, जो विशेषकर बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए एक चुनौती बना हुआ था। हालांकि, हाल के वर्षों में एस्केलेटर और लिफ्ट जैसी सुविधाओं के जुड़ने से यह समस्या कुछ हद तक कम हुई, लेकिन प्लेटफॉर्म की स्थिति में बदलाव ने इसे पूरी तरह से सुलझा दिया है।
वर्षों से जहां माल गोदाम था और जहां धूल,मिट्टी का साम्राज्य था वहां अब वहाँ वृहद प्लेटफॉर्म नंबर 1 स्थापित हो चुका है और कुछ ही दिनों में इसका शुभारंभ भी हो जाएगा। स्थानीय रेल्वे अधीक्षक राजेश बर्मन के बताए अनुसार ठेकेदारी अनुबंध के अंतर्गत आगामी मार्च माह तक यह पूर्णरुपेण तैयार हो जाना चाहिये और कार्य जिस गति से चल रहा है उससे यह संभव है कि इसका मार्च तक लोकार्पण भी हो जाएगा।
रेलवे ने इस कार्य को युद्ध स्तर पर पूरा किया है। इसके विधिवत् शुभारंभ के बाद न केवल शहर के लुक में बदलाव आया है बल्कि आगामी दिनों से यात्रियों को एक बड़े स्टेशन की सुविधाएं भी मिलने लगेगी।
इस नवीनीकरण के साथ, राजनांदगांव रेल्वे स्टेशन अब आधुनिकता और सुविधा का एक प्रतीक बन गया है। यह कदम न केवल यात्रियों की सुविधा को बढ़ाने वाला है बल्कि शहर की आर्थिक और सामाजिक विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है।
यह विकास राजनांदगांव के लोगों के लिए एक नई उम्मीद की किरण है, जिससे उन्हें रेल यात्रा का एक बेहतर और अधिक सुलभ अनुभव मिलेगा।